Arvind Kumar Sinha

Film Fighter: An Honest Review

Fighter Takes Flight: A Review of India's Thrilling Aerial Action Film

film fighter
Scene from Film Fighter

Film Fighter (फिल्म फाइटर): 

रोमांचक विमानों की उड़ान, देशभक्ति के साथ रोमांस का तड़का

25 जनवरी 2024 को रिलीज हुई (Film Fighter) फिल्म “फाइटर”, निर्देशक सिद्धार्थ आनंद की कलम से निकली और ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण के दमदार अभिनय से सजी, पर्दे पर रोमांच और जोश की एक तूफान ला देती है। फिल्म हमें भारतीय वायु सेना के “एयर ड्रेगन” स्क्वाड्रन के बहादुर पायलटों की दुनिया में ले जाती है, जहां ज्वलंत एक्शन, देशभक्ति का जज्बा और थोड़ा-सा प्यार का तड़का साथ-साथ चलता है।

ऋतिक रोशन, स्क्वाड्रन लीडर शमशेर सिंह के रूप में चमकते हैं, एक तेजतर्रार पायलट, जिसके सीने में रफ्तार का जुनून और अतीत का दर्द दोनों समाया होता है। वहीं, दीपिका पादुकोण स्क्वाड्रन लीडर मिनल राठौर का किरदार निभाती हैं, जो अपनी प्रतिभा और प्रतिस्पर्धा की भावना में शमशेर से बिल्कुल कम नहीं हैं। पर्दे पर उनकी प्रतिद्वंद्विता और नयानया प्यार फिल्म की एक्शन से भरपूर कहानी में एक भावुक परत जोड़ देता है।

फिल्म का असली हीरो है इसका एक्शन। आनंद ने असली सुखोई लड़ाकू विमानों और शानदार सीजीआई का बेजोड़ इस्तेमाल कर हवा में रोंगटे खड़े कर देने वाले हवाई युद्ध और सांस रोक देने वाले हवाई करतब दिखाए हैं। कैमरा घाटियों के बीच से गुजरता है, मिसाइलों के साथ झपटता है और दर्शकों को अपनी सीट से चिपकाए रखता है।

फिल्म की देशभक्ति निर्विवाद है, लेकिन वह ingoism के जाल में नहीं फंसती। कहानी भारतीय वायु सेना के बहादुरी और बलिदान का जश्न मनाती है, साथ ही युद्ध की मानवीय कीमत को भी स्वीकार करती है। फिल्म में ऐसे कुछ असल और भावुक पल हैं जो दर्शकों के दिल को छू लेते हैं।

हालांकि, फाइटर भी कमियों से अछूती नहीं है। कहानी, भले ही मनोरंजक है, लेकिन एक पूर्वानुमेय फॉर्मूले का अनुसरण करती है। खलनायक, एक सामान्य दुष्ट पायलट, नायक को चुनौती देने के लिए जटिलता से रहित है। इसके अलावा, रोमांटिक उपकथा, आकर्षक होने के बावजूद, फिल्म के केंद्रीय विषयों की तुलना में कम विकसित लगती है।

इन कमियों के बावजूद, फाइटर एक पूरी तरह से मनोरंजक अनुभव प्रदान करता है। एक्शन सीक्वेंस शानदार हैं, अभिनय मनमोहक है, और फिल्म की देशभक्ति की भावना निश्चित रूप से संक्रामक है। यह एक आश्चर्यजनक दृश्य स्पेक्टेकल है जो दर्शकों को रोमांचित और गौरवान्वित करेगा।

फाइटर के सकारात्मक पहलू:

  • शानदार एक्शन सीक्वेंस:फिल्म के एक्शन सीक्वेंस बेहद रोमांचक और एड्रेनालाईन से भरपूर हैं। असली सुखोई लड़ाकू विमानों और शानदार सीजीआई का इस्तेमाल करके, निर्देशक सिद्धार्थ आनंद ने हवा में कुछ वास्तविक और सांस रोक देने वाले करतब दिखाए हैं।
  • दमदार अभिनय:ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण ने अपने-अपने किरदारों में जान फूंकी है। ऋतिक रोशन एक तेजतर्रार और प्रतिभाशाली पायलट के रूप में चमकते हैं, जबकि दीपिका पादुकोण एक मजबूत और दृढ़निश्चयी पायलट के रूप में दर्शकों का दिल जीत लेती हैं।
  • देशभक्ति का जज्बा:फिल्म भारतीय वायु सेना के बहादुरी और बलिदान का जश्न मनाती है। यह युद्ध की मानवीय कीमत को भी स्वीकार करती है।

फाइटर के नकारात्मक पहलू:

  • पूर्वानुमेय कहानी:फिल्म की कहानी एक पूर्वानुमेय फॉर्मूले का अनुसरण करती है। खलनायक एक सामान्य दुष्ट पायलट है, जो नायक को चुनौती देने के लिए जटिलता से रहित है।
  • अधूरा रोमांस:फिल्म का रोमांटिक उप-कथा, आकर्षक होने के बावजूद, फिल्म के केंद्रीय विषयों की तुलना में कम विकसित लगती है।
Film Fighter

मैं “फाइटर” की सिफारिश किसी ऐसे व्यक्ति को करता हूं जो रोमांचक हवाई साहसिक, शानदार दृश्यों और देशभक्ति के स्पर्श की तलाश में है। बस तैयार रहें एक परिचित कथा और एक अधूरे रोमांस के लिए।

रेटिंग: 3.5/5

कुल मिलाकर, फाइटर एक मनोरंजक और रोमांचक फिल्म है। इसमें शानदार एक्शन सीक्वेंस, दमदार अभिनय और देशभक्ति का जज्बा है। हालांकि, कहानी पूर्वानुमेय है और रोमांटिक उप-कथा अधूरी लगती है।

Exit mobile version