Trending main bhi panauti: मैं भी पनौती
आख़िर ये पनौती क्या होता है? जिस टीवी चैनेल पर देखिए या न्यूज़ पेपर में हर जगह चर्चा सिर्फ़ पनौती की हो रही है कि अगर पनौती न आता तो हम ये विश्व कप फाइनल पहले दस मैचों की तरह ही आसानी से जीत गए होते ।
जैसा सभी को पता है ये दुनिया अंधविश्वास से भारी हुई है और हम भारतीय तो किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रहते तो यहाँ भी हम सबसे आगे ही हैं । और यह सिर्फ़ आम भारतीय की बात नहीं, डॉक्टर और वैज्ञानिक तक अंधविश्वास से लबरेज़ हैं। डॉक्टर को अपने स्किल से ज़्यादा पूजा पाठ पर भरोसा हो , वैज्ञानिक जब अपने मिशन के लिए यज्ञ हवन पर निर्भर हो जाये तो आम जन यदि पनौती की अवधारणा से सहमत हो जाये तो इसमें क्या ग़लत है? मैं कुछ दिनों पहले मेदांता अस्पताल गया था वहाँ लॉबी में एक स्टैंड है उसपर हज़ारीं मनौती के धागे बंधे हुए थे तब समझना आसान हो गया कि मनौती और पनौती एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
खिलाड़ी तो इस अंधविश्वास से और भरे होते हैं । कोई अपने पॉकेट में लाल रूमाल रखता है तो कोई दाहिना पैड पहले बाँधता है , कोई बाँया पैर पहले मैदान में रखता है, कोई गिल्ली को छूकर पारी की शुरुआत करता है , कोई तो स्टंप्स की परिक्रमा करके क्रीज़ में गार्ड लेता है (यहाँ मैं किसी खिलाड़ी का नाम नहीं लूँगा)। कुल मिलाकर हम अंधविश्वास से हर पाल दो चार होते रहते हैं।
अभी भी लोगो को समझ में नहीं आया होगा कि सारी भविष्यवाणी, हवन , टोना टोटके और मंत्र तंत्र धड़े रह जाते है जब पिच पर आप थोड़ी सी गलती कर जाते हैं या फील्ड में एक आसान सा कैच छूट जाता है , मुश्किल कैच हाथों में चिपक जाता है या अंपायर कोई गलती गलती से कर जाता है ।
तो भई पनौती जैसी कोई चीज होती है क्या?
मेरे सोसाइटी में अभी तक दो बार बड़े स्क्रीन पर लाइव स्ट्रीमिंग हुई है । एक भारत पाकिस्तान मैच जिसने पाकिस्तान जीत गया और दूसरा विश्व कप फाइनल जिसमें भारत फिर हार गया। लोग RWA से कहने लगे हैं कि अब भविष्य में कोई इंपोर्टेंट मैच की लाइव स्ट्रीमिंग ना करायें। ऐसे में मैं देख रहा था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी जी ने भी मीडिया में पनौती बयान देकर एक कांट्रोवर्सी को हवा दे दी है ।
Taking a dig at Prime Minister Narendra Modi, Congress leader Gandhi today said that India would have won World Cup final against Australia but because of Panauti PM Mod they lost the match. Rahul said this while addressing an election rally in Rajasthan’s Jalore. Since then on twitter “Trending Main Bhi Panauti”
हम एक बुद्धिजीवी समाज से आते है यह सिर्फ़ कहने के लिए नहीं होना चाहिए बल्कि हमें अंधविश्वास से ऊपर उठकर एक नये प्रग़ातिशील समाज को स्थापित करना होगा।
Ache bhale hamare ladke waha pe World Cup jeet jaate, par panauti harwa diya (our boys were almost winning the World Cup, but the ‘bad omen’ made them lose),” Rahul Gandhi said without taking any name.
So, stop trending Main Bhi Panauti or such things.